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@amit
Created February 16, 2012 22:48
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कहाँ से तू आती है
कहाँ को तू जाती है
सपनों को सजाती है
अपनों को ले जाती है
बाग़ों में जब बहती है
कानों में कुछ कहती है
आती है नज़र नहीं
साँसों में पर रहती है
हवा है पवन है
वायु है , पुरवाई है
जीवन है , जान है , या परछाई है
लेने आई है या कुछ मेरे लिए लायी है
पूछूंगा में क्या तुझसे
कहाँ से तू आई है
तू कौन है , तू कौन है ...
तू जब चलती चलती बदल
जब चलती तू गिरते पत्ते
तू कहती तो दिए जलते
तू रूखे , दिल दिल से मिलते
सागर की लहरों में लहराती है तू तले टूल
पत्तों के पायलों में लाती खन खन
ख़त ख़त कोई नहीं ऐसा एक झोंका है
कुछ है , सच है , या तू एक धोका है
तू कौन है , तू कौन है ...
कहाँ से तू आती है
कहाँ को तू जाती है
सपनों को सजाती है
अपनों को ले जाती है
बाग़ों में जब बहती है
कानों में कुछ कहती है
आती है नज़र नहीं
साँसों में पर रहती है
तू कौन है , तू कौन है
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